लगता है की आज सावन आया है।
इस गर्मी की धूप को ठंडा करने
मेघों का एक झुन्ड आया है।
लेकिन यह क्या ?
यह तो जा रहा है।
यह क्यूँ जा रहा है?
क्या कोई बता सकता है ?
शायद हाँ या शायद नहीं !
लेकिन इतने से बात नहीं बनती
इसके लिये हमें सोचना होगा,
समझाना होगा और प्रयास करना होगा
तब जाकर कहीं बात बनेगी।
फिर लगेगा नहीं
वाकई में सावन झूमकर आएगा।
इस गर्मी की धूप को ठंडा करने
मेघों का एक झुन्ड आया है।
लेकिन यह क्या ?
यह तो जा रहा है।
यह क्यूँ जा रहा है?
क्या कोई बता सकता है ?
शायद हाँ या शायद नहीं !
लेकिन इतने से बात नहीं बनती
इसके लिये हमें सोचना होगा,
समझाना होगा और प्रयास करना होगा
तब जाकर कहीं बात बनेगी।
फिर लगेगा नहीं
वाकई में सावन झूमकर आएगा।
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